A Drop of Nectar
A drop of nectar
innocent and reckless.
Would life come to an end
when this lamp is petered out.?
Sitting pretty in a caravan of happy dreams
passing by a land
sans wars and riots
dictating my own summers, winters and monsoons
I dream of
a drop of nectar.
Where is the escape from dreams?
Even the endless agony
of a nude lifetime
stands exposed, waging
a battle against dreams,
where is the escape?
Where is the freedom
from the fragile fragrance
of enchanting flowers?
Thoughts come crowding back.
Only one dream that won't lose itself
in the mists Of oblivion
is to suck a drop of nectar, innocent and reckless.
अमृत-कण
निश्चिंत और निखून ।
क्या जीवन का हो जाएगा समापन
जब बुझ जाएगा प्रदीप-प्रज्ज्वलन ?
सुनहरे सपनों के उड़न-खटोले से परिदर्शन
करते हुए विश्व-भ्रमण
बिना किसी हिंसा या रण
सर्दी,वर्षा और ग्रीष्म
मानती मेरा हुक्म
दिखाने को एक स्वप्न
अमृत का एक शिशिर-कण।
सपनों से कब तक करोगे पलायन ?
एक अंतहीन वेदना का दामन
एक नग्न जीवन-संघर्ष
खुलेआम कर रहा उद्घोष
सपनों के खिलाफ जंग का ऐलान,
आखिर कब तक करोगे पलायन ?
क्या हो सकते है स्वतन्त्र
सुरभित सुमन
सुवासित तन-मन ?
विचारों का संघनन
केवल एक अंतहीन स्वप्न
विस्मृति के क्षण
आवश्यक है एक अमृत-कण ,
निश्चिंत और निखून ।
No comments:
Post a Comment